जोधपुर-फलोदी भारत माला एक्सप्रेस-वे पर 19 महीने में 25 मौत:100 किमी प्रति घंटे की स्पीड लिमिट, सड़क किनारे खड़े ट्रक-ट्रेलर भी बनते कारण

जोधपुर-फलोदी भारत माला एक्सप्रेस-वे पर 19 महीने में 25 मौत:100 किमी प्रति घंटे की स्पीड लिमिट, सड़क किनारे खड़े ट्रक-ट्रेलर भी बनते कारण

जोधपुर-फलोदी भारत माला एक्सप्रेस-वे पर मौत का तांडव बना हुआ है। पिछले 19 महीने की बात करें तो 28 सड़क हादसों में 25 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हाल में रविवार रात एक्सप्रेस-वे पर खड़े ट्रक में टेंपो ट्रेवलर जा घुसा। ट्रेवलर में सवार 15 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे 40 मिनट बाद वापस हादसा हुआ और 2 लोगों की जान चली गई। इन हादसों में कई परिवार उजड़ गए। भारत माला एक्सप्रेस-वे पर लगातार दिल दहला देने वालों से हादसों से कई सवाल उठ गए। आखिर क्यों भारत माला एक्सप्रेस-वे मौत को एक्सप्रेस-वे बनता जा रहा है। मुख्य रूप से 4 कारण सामने आ रहे है- भारत माला एक्सप्रेस-वे पर हादसों के 4 कारण
1. भारत माला एक्सप्रेस-वे के बीच ठहराव की जगह नहीं भारत माला एक्सप्रेस-वे के बीच में वाहन चालकों के ठहराव की कोई सुविधा नहीं है। हालांकि अवैध तरीके से ढाबे बने हुए है। लंबी दूरी पर ड्राइव और एक्सप्रेस-वे पर बीच में ठहराव की जगह नहीं होने से चालक को थकान होती है। ऐसे में कई बाद नींद की झपकी आ जाती है और बैलेंस बिगड़ जाता है। इससे दुर्घटना होने की संभावना ज्यादा रहती है। 2. पूरे एक्सप्रेस-वे पर चेतावनी बोर्ड नहीं
भारत माला एक्सप्रेस-वे पर किसी भी जगह पर चेतावनी बोर्ड नहीं लगा हुआ है। ऐसे में चालक बेधड़क स्पीड में वाहन को ड्राइव करके ले जाते है। वहीं ड्राइव करते हुए मोबाइल का उपयोग भी एक कारण है। 3. दूसरे एक्सप्रेस-वे से ज्यादा स्पीड
भारत माला एक्सप्रेस-वे पर 100 किमी प्रति घंटे की स्पीड से वाहनों के लिए निर्धारित है। अन्य एक्सप्रेस-वे की बात करें तो 80 किमी प्रति घंटा निर्धारित है। ऐसे में कई वाहन चालक ‘रॉकेट’ की रफ्तार से गाड़ियां दौड़ाते हुए निकलते है और हादसे का शिकार हो जाते हैं। 4. सड़क किनारे खड़े बड़े वाहन
सड़क किनारे अवैध रूप से बने छोटे-छोटे खान-पान की दुकानें (ढाबे) के सामने वाहन खड़े रहते हैं। तेज रफ्तार वाहन इनसे टकरा जाते हैं। नियमित अंतराल पर ड्राइवर रेस्ट एरिया की कमी और पर्याप्त इलेक्ट्रॉनिक निगरानी प्रणाली (ATMS) न होना भी सुरक्षा में कमी के प्रमुख कारण हैं।​​
जोधपुर-फलोदी भारत माला एक्सप्रेस-वे पर 40 मिनट में 17 की मौत पहला हादसा- सड़क किनारे ट्रक में घुसी टेंपो ट्रेवलर जोधपुर-फलोदी भारत माला एक्सप्रेस-वे पर मतोड़ा के हनुमान सागर चौराहा के पास रविवार शाम करीब 7:30 बजे एक टेंपो ट्रेवलर सड़क किनारे खड़े ट्रक में जा घुसा। इस हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई। सभी एक ही मोहल्ले में रहने वाले थे। दूसरा हादसा- डिवाइडर से टकराई एसयूवी, दो की मौत
भोजासर थाना क्षेत्र के चाडी-चौतीणा-श्रीलक्ष्मण नगर के पास रात करीब 8 बजे सियोल नगर व चांपासर के बीच एक तेज रफ्तार एसयूवी डिवाइडर से टकरा गई। गाड़ी में 5 लोग सवार थे, जिनमें से 2 की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया- घायलों को हॉस्पिटल ले जाने के लिए समय पर एम्बुलेंस नहीं मिली। काफी देर बाद एम्बुलेंस आने पर घायलों को जोधपुर के एमडीएम हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया।
17 मौत के बाद अवैध ढाबों को हटाया
जोधपुर-फलोदी भारत माला एक्सप्रेस-वे पर रविवार रात करीब 40 मिनट में ही दो हादसे हो गए। दोनों हादसों में कुल 17 लोगों की मौत हो गई। इस हादसों के बाद आज सुबह प्रशासन सड़क किनारे लगे अवैध ढाबों पर कार्रवाई कर हटाया गया। राजस्थान में 637 किमी लंबा भारत माला एक्सप्रेस-वे
राजस्थान में भारत माला एक्सप्रेस-वे 637 किमी लंबा है,जो पंजाब और गुजरात को जोड़ता है। जोधपुर-फलोदी जिले भी भारत माला एक्सप्रेस-वे परियोजना का हिस्सा है। इसकी लंबाई 180 किमी लंबा है। ये अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे (917 किमी) के तहत आते है। इस प्रोजेक्ट को केबिनेट ने 24 अक्टूबर 2017 को मंजूरी दी थी। …. हादसे से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए- 1. राजस्थान में खड़े ट्रेलर में घुसा टेंपो ट्रेवलर,15 की मौत:बीकानेर में खिंचवाई फोटो आखिरी बनी; अन्नकूट कार्यक्रम के कारण कई महिलाओं की जान बचीं 2. मंदिर पहुंचने की जल्दी में गई थी 15 जानें:जोधपुर हादसा; प्रत्यक्षदर्शी बोला- ट्रेवलर फुल होने से मैं और मेरी पत्नी नहीं चढ़ पाए

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