नालंदा की सात विधानसभा सीटों पर छह नवंबर को चुनाव होगा। इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया में सोमवार को एक अहम मोड़ आया। जब चौथे दिन पहली बार किसी प्रत्याशी ने औपचारिक रूप से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। हिलसा विधानसभा क्षेत्र से संयुक्त किसान विकास पार्टी के सुधीर कुमार ने यह ऐतिहासिक पहल करते हुए अपना नामांकन पत्र भरा। 10 अक्टूबर से शुरू हुई नाजीर रसीद (एनआर) काटने की प्रक्रिया में अब तक 50 संभावित प्रत्याशियों ने अपनी दावेदारी पुख्ता करने के लिए रसीद खरीदी है। सोमवार को ही ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, हिलसा के पूर्व विधायक और राजद नेता अत्रि मुनि उर्फ शक्ति सिंह यादव समेत 24 प्रत्याशियों ने एनआर कटाया। अस्थावां में सबसे अधिक उत्साह अस्थावां विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक सक्रियता देखी गई, जहां अकेले सोमवार को सात प्रत्याशियों ने नाजीर रसीद कटवाई। इससे इस क्षेत्र में चुनावी गतिविधियों की तीव्रता का अंदाजा लगाया जा सकता है। बिहारशरीफ में प्रशासनिक व्यवस्था के समक्ष एक अनोखी चुनौती खड़ी हो गई है। चार विधानसभा क्षेत्रों के नामांकन स्थल मात्र 100 मीटर के दायरे में स्थापित किए गए हैं, जिसका सीधा असर यातायात व्यवस्था पर पड़ने की आशंका है। यह क्षेत्र पहले से ही न्यायालय, निबंधन कार्यालय, एसडीओ कार्यालय और ट्रेजरी ऑफिस के कारण व्यस्त रहता है। इन कार्यालयों में आम नागरिकों का आना-जाना दिनभर लगा रहता है। विशेषकर दीवाली और छठ पर्व के मौसम में जमीन निबंधन का काम चरम पर होता है। ऐसे में प्रशासन के लिए यह सुनिश्चित करना एक बड़ी जिम्मेदारी होगी कि आम जनता को किसी प्रकार की असुविधा न हो। अन्यथा जनता में प्रशासन के प्रति नाराजगी बढ़ सकती है। व्यवस्थित प्रक्रिया के लिए हेल्प डेस्क चुनाव आयोग ने प्रत्याशियों की सहूलियत के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में अलग से हेल्प डेस्क स्थापित किया है। नामांकन के लिए पहुंचने वाले प्रत्याशियों को सर्वप्रथम हेल्प डेस्क पर जाना होगा, जहां उनके नामांकन पत्रों की प्राथमिक जांच की जाएगी। सब कुछ सही पाए जाने पर प्रत्याशी को सहायक रिटर्निंग ऑफिसर (एआरओ) के पास भेजा जाएगा, जहां फिर से दस्तावेजों की जांच होगी। अंतिम चरण में नामांकन पत्र रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) के समक्ष जमा कराना होगा। नामांकन के लिए आवश्यक दस्तावेज नामांकन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए चुनाव आयोग ने स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं। मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय और क्षेत्रीय दलों के प्रत्याशियों को एक प्रस्तावक की आवश्यकता होगी, जबकि गैर-मान्यता प्राप्त दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों को दस प्रस्तावकों का समर्थन जुटाना अनिवार्य है। प्रत्याशियों को प्रपत्र-26 में शपथ पत्र, मतदाता सूची से प्रमाणित अंश, राजनीतिक दल का प्रपत्र ए और बी, अनुसूचित जाति-जनजाति के उम्मीदवारों के लिए जाति प्रमाण पत्र, 10 या पांच हजार रुपये की एनआर रसीद तथा संपत्ति, देनदारी व आपराधिक मामलों से संबंधित शपथपत्र जमा करना होगा। विधानसभा-वार एनआर कटवाने वालों की सूची बिहारशरीफ विधानसभा: रियाजुद्दीन, दानिश मल्लिक, मोहित कुमार, संयुक्ता कुमारी, डॉ सुनील कुमार, मनोज कुमार, अशोक कुमार, अमित कुमार, शमीम अख्तर, आफरीन सुल्तान एवं दिनेश कुमार। नालंदा विधानसभा: वर्तमान विधायक एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, धर्मेंद्र पासवान, प्रियदर्शी अशोक, कौशलेंद्र कुमार, कुमारी पूनम सिन्हा, बैजनाथ प्रसाद, धीरज कुमार एवं दिलीप कुमार। हरनौत विधानसभा: कमलेश पासवान, अनिल सिंह, अनिरुद्ध कुमार, विनोद यादव, हरि नारायण सिंह, ममता देवी एवं दिवेश कुमार। अस्थावां विधानसभा: रवि रंजन, शोभा देवी, राजभल्लभ पासवान, हिमांशु कुमार, संजय राजेश, जीतेन्द्र कुमार, बनवारी कुमार, लता सिंह शबनम लता एवं अरमान देव। राजगीर विधानसभा: अनामिका, उग्रसेन पासवान, कौशल किशोर, डॉ जगदीश प्रसाद एवं सत्येंद्र कुमार। हिलसा विधानसभा: राजद के अत्रि मुनि उर्फ शक्ति सिंह यादव, बाबूचंद चौधरी, सुधीर कुमार एवं कौशल कुमार। इस्लामपुर विधानसभा: कुमार राज मनोरंजन सिंह, मनोज जमादार, कुमार हरि चरण सिंह, सीताराम सिंह एवं राकेश कुमार रोशन। नालंदा की सात विधानसभा सीटों पर छह नवंबर को चुनाव होगा। इसके लिए नामांकन की प्रक्रिया में सोमवार को एक अहम मोड़ आया। जब चौथे दिन पहली बार किसी प्रत्याशी ने औपचारिक रूप से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। हिलसा विधानसभा क्षेत्र से संयुक्त किसान विकास पार्टी के सुधीर कुमार ने यह ऐतिहासिक पहल करते हुए अपना नामांकन पत्र भरा। 10 अक्टूबर से शुरू हुई नाजीर रसीद (एनआर) काटने की प्रक्रिया में अब तक 50 संभावित प्रत्याशियों ने अपनी दावेदारी पुख्ता करने के लिए रसीद खरीदी है। सोमवार को ही ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, हिलसा के पूर्व विधायक और राजद नेता अत्रि मुनि उर्फ शक्ति सिंह यादव समेत 24 प्रत्याशियों ने एनआर कटाया। अस्थावां में सबसे अधिक उत्साह अस्थावां विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक सक्रियता देखी गई, जहां अकेले सोमवार को सात प्रत्याशियों ने नाजीर रसीद कटवाई। इससे इस क्षेत्र में चुनावी गतिविधियों की तीव्रता का अंदाजा लगाया जा सकता है। बिहारशरीफ में प्रशासनिक व्यवस्था के समक्ष एक अनोखी चुनौती खड़ी हो गई है। चार विधानसभा क्षेत्रों के नामांकन स्थल मात्र 100 मीटर के दायरे में स्थापित किए गए हैं, जिसका सीधा असर यातायात व्यवस्था पर पड़ने की आशंका है। यह क्षेत्र पहले से ही न्यायालय, निबंधन कार्यालय, एसडीओ कार्यालय और ट्रेजरी ऑफिस के कारण व्यस्त रहता है। इन कार्यालयों में आम नागरिकों का आना-जाना दिनभर लगा रहता है। विशेषकर दीवाली और छठ पर्व के मौसम में जमीन निबंधन का काम चरम पर होता है। ऐसे में प्रशासन के लिए यह सुनिश्चित करना एक बड़ी जिम्मेदारी होगी कि आम जनता को किसी प्रकार की असुविधा न हो। अन्यथा जनता में प्रशासन के प्रति नाराजगी बढ़ सकती है। व्यवस्थित प्रक्रिया के लिए हेल्प डेस्क चुनाव आयोग ने प्रत्याशियों की सहूलियत के लिए हर विधानसभा क्षेत्र में अलग से हेल्प डेस्क स्थापित किया है। नामांकन के लिए पहुंचने वाले प्रत्याशियों को सर्वप्रथम हेल्प डेस्क पर जाना होगा, जहां उनके नामांकन पत्रों की प्राथमिक जांच की जाएगी। सब कुछ सही पाए जाने पर प्रत्याशी को सहायक रिटर्निंग ऑफिसर (एआरओ) के पास भेजा जाएगा, जहां फिर से दस्तावेजों की जांच होगी। अंतिम चरण में नामांकन पत्र रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) के समक्ष जमा कराना होगा। नामांकन के लिए आवश्यक दस्तावेज नामांकन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए चुनाव आयोग ने स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं। मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय और क्षेत्रीय दलों के प्रत्याशियों को एक प्रस्तावक की आवश्यकता होगी, जबकि गैर-मान्यता प्राप्त दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों को दस प्रस्तावकों का समर्थन जुटाना अनिवार्य है। प्रत्याशियों को प्रपत्र-26 में शपथ पत्र, मतदाता सूची से प्रमाणित अंश, राजनीतिक दल का प्रपत्र ए और बी, अनुसूचित जाति-जनजाति के उम्मीदवारों के लिए जाति प्रमाण पत्र, 10 या पांच हजार रुपये की एनआर रसीद तथा संपत्ति, देनदारी व आपराधिक मामलों से संबंधित शपथपत्र जमा करना होगा। विधानसभा-वार एनआर कटवाने वालों की सूची बिहारशरीफ विधानसभा: रियाजुद्दीन, दानिश मल्लिक, मोहित कुमार, संयुक्ता कुमारी, डॉ सुनील कुमार, मनोज कुमार, अशोक कुमार, अमित कुमार, शमीम अख्तर, आफरीन सुल्तान एवं दिनेश कुमार। नालंदा विधानसभा: वर्तमान विधायक एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, धर्मेंद्र पासवान, प्रियदर्शी अशोक, कौशलेंद्र कुमार, कुमारी पूनम सिन्हा, बैजनाथ प्रसाद, धीरज कुमार एवं दिलीप कुमार। हरनौत विधानसभा: कमलेश पासवान, अनिल सिंह, अनिरुद्ध कुमार, विनोद यादव, हरि नारायण सिंह, ममता देवी एवं दिवेश कुमार। अस्थावां विधानसभा: रवि रंजन, शोभा देवी, राजभल्लभ पासवान, हिमांशु कुमार, संजय राजेश, जीतेन्द्र कुमार, बनवारी कुमार, लता सिंह शबनम लता एवं अरमान देव। राजगीर विधानसभा: अनामिका, उग्रसेन पासवान, कौशल किशोर, डॉ जगदीश प्रसाद एवं सत्येंद्र कुमार। हिलसा विधानसभा: राजद के अत्रि मुनि उर्फ शक्ति सिंह यादव, बाबूचंद चौधरी, सुधीर कुमार एवं कौशल कुमार। इस्लामपुर विधानसभा: कुमार राज मनोरंजन सिंह, मनोज जमादार, कुमार हरि चरण सिंह, सीताराम सिंह एवं राकेश कुमार रोशन।


