‘सीमांचल के मुसलमानों को घुसपैठिया क्यों कहा जाता है’- ओवैसी:बोले-कांग्रेस-राजद इस मुद्दे पर कोई जवाब नहीं देते

‘सीमांचल के मुसलमानों को घुसपैठिया क्यों कहा जाता है’- ओवैसी:बोले-कांग्रेस-राजद इस मुद्दे पर कोई जवाब नहीं देते

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने किशनगंज के बहादुरगंज विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए सीमांचल क्षेत्र से मुसलमानों के पलायन का मुद्दा उठाया। ओवैसी ने कहा कि सीमांचल के करोड़ों मुसलमान अपना घर-बार छोड़कर मुंबई, हैदराबाद, दिल्ली, पंजाब, कोलकाता, ओडिशा और तमिलनाडु जैसे देश के विभिन्न हिस्सों में पलायन कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान पर आपत्ति जताई कि सीमांचल में घुसपैठिए हैं। पीएम सीमांचल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे ओवैसी ने सवाल किया कि अगर यहां सब कुछ होता, तो सीमांचल के युवा देश के कोने-कोने में क्यों जाते? उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री सीमांचल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि यहां ऐसा कोई कारण नहीं है कि बांग्लादेशी यहां आएंगे। उन्होंने नेपाल का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां विधवाओं को ₹4000 दिए जाते हैं, जबकि भारत में ₹1000 दिए जाते हैं। ओवैसी ने पूछा कि ऐसी स्थिति में नेपाली या बांग्लादेशी यहां क्यों आएंगे। ओवैसी ने प्रधानमंत्री से सीमांचल के विकास के लिए किए गए कार्यों पर सवाल किया। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री से सीमांचल के लिए उनकांग्रेस और राजद पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे इस मुद्दे पर कोई जवाब नहीं देते।के योगदान के बारे में पूछा जाता है, तो वे घुसपैठियों की बात करते हैं। ओवैसी ने AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने किशनगंज के बहादुरगंज विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए सीमांचल क्षेत्र से मुसलमानों के पलायन का मुद्दा उठाया। ओवैसी ने कहा कि सीमांचल के करोड़ों मुसलमान अपना घर-बार छोड़कर मुंबई, हैदराबाद, दिल्ली, पंजाब, कोलकाता, ओडिशा और तमिलनाडु जैसे देश के विभिन्न हिस्सों में पलायन कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान पर आपत्ति जताई कि सीमांचल में घुसपैठिए हैं। पीएम सीमांचल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे ओवैसी ने सवाल किया कि अगर यहां सब कुछ होता, तो सीमांचल के युवा देश के कोने-कोने में क्यों जाते? उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री सीमांचल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि यहां ऐसा कोई कारण नहीं है कि बांग्लादेशी यहां आएंगे। उन्होंने नेपाल का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां विधवाओं को ₹4000 दिए जाते हैं, जबकि भारत में ₹1000 दिए जाते हैं। ओवैसी ने पूछा कि ऐसी स्थिति में नेपाली या बांग्लादेशी यहां क्यों आएंगे। ओवैसी ने प्रधानमंत्री से सीमांचल के विकास के लिए किए गए कार्यों पर सवाल किया। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री से सीमांचल के लिए उनकांग्रेस और राजद पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे इस मुद्दे पर कोई जवाब नहीं देते।के योगदान के बारे में पूछा जाता है, तो वे घुसपैठियों की बात करते हैं। ओवैसी ने  

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *