देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम में आयोजित होने वाले श्रावणी मेले की तैयारियों को लेकर पर्यटन मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ विस्तृत समीक्षा बैठक की। हर साल लाखों कांवरिया और श्रद्धालु यहां पहुंचकर बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण करते हैं, जिसके कारण मेला क्षेत्र में व्यापक स्तर पर तैयारी की आवश्यकता पड़ती है। अब तक मेले के लिए लगभग 10 किलोमीटर लंबे मार्ग में अस्थायी ढांचे तैयार किए जाते थे, जिन पर हर वर्ष भारी खर्च होता था। मंत्री ने बताया कि सदियों से चली आ रही इस परंपरा में बांस-बल्ले से पंडाल और अन्य अस्थायी संरचनाएं बनाई जाती हैं, लेकिन मेला खत्म होते ही ये ढांचे हटाने पड़ते हैं, जिससे समय और संसाधनों की बर्बादी होती है। अस्थायी ढांचों को स्थायी रूप देने का लिया निर्णय बैठक में मंत्री ने स्पष्ट कहा कि इस बार सरकार श्रावणी मेले को बेहतर और स्थायी स्वरूप देने की दिशा में ठोस कदम उठाएगी। पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन ने मिलकर यह निर्णय लिया है कि जहां भी प्रतिवर्ष अस्थायी निर्माण किया जाता है, उन्हें स्थायी ढांचे में परिवर्तित किया जाएगा। इससे न केवल आने वाले वर्षों में तैयारी का समय कम होगा, बल्कि श्रद्धालुओं को मिलने वाली सुविधाओं की गुणवत्ता भी बेहतर होगी। मंत्री ने बताया कि हर साल होने वाले अस्थायी निर्माण पर बड़ा बजट खर्च होता है। अगर इन्हें स्थायी बना दिया जाए तो आने वाले वर्षों में यह धन विकास के अन्य कार्यों में लगाया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि लक्ष्य यह है कि बाबा बैद्यनाथ धाम पहुंचने वाले हर श्रद्धालु को दर्शन, पूजा और आवाजाही में किसी तरह की परेशानी न हो। चरणबद्ध तरीके से बनेंगे ढांचे सरकार की योजना है कि नया इन्फ्रास्ट्रक्चर चरणबद्ध तरीके से विकसित किया जाए, ताकि मेले का आकार और भी भव्य रूप ले सके। इसके तहत पंडाल, विश्राम स्थल, सुरक्षा चौकियां, पेयजल की व्यवस्था, शेड, बैरिकेडिंग और अन्य आवश्यक निर्माण स्थायी रूप से किए जाएंगे। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं हो और सभी सुविधाएं आने वाली पीढ़ियों के श्रद्धालुओं को भी लाभ पहुंचा सकें। श्रावणी मेले की महत्ता को देखते हुए सरकार इसे राष्ट्रीय स्तर का आकर्षण बनाने की दिशा में भी आगे बढ़ रही है। बैठक के बाद अधिकारियों ने सभी तैयारियों की समीक्षा कर यह सुनिश्चित किया कि आगामी मेला सुविधा, सुरक्षा और व्यवस्थापन की दृष्टि से अब तक का सबसे बेहतर हो।


