बांसवाड़ा में महात्मा गांधी अस्पताल में पथरी के ऑपरेशन के आठ दिन बाद हुई युवती की मौत के मामले में बुधवार को परिजन कलेक्ट्रेट पहुंचे और धरना शुरू कर दिया। उन्होंने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर हितेन पर लापरवाही का आरोप लगाया और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन मुस्कान की मौत से आक्रोशित परिजन बुधवार दोपहर 12:45 बजे कलेक्ट्रेट परिसर में जमा हो गए और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की। परिजनों की मुख्य मांग है कि पोस्टमॉर्टम उदयपुर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की एक विशेष टीम गठित करने के बाद करवाया जाए, ताकि मौत के सही कारणों का पता चल सके। अस्पताल प्रशासन ने दी सफाई एमजी अस्पताल के पीएमओ डॉ. दिनेश माहेश्वरी ने बताया कि परिजनों की ओर से अब तक कोई लिखित शिकायत नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के बाद युवती की तबीयत सामान्य थी, लेकिन मंगलवार को अचानक बिगड़ने से उसकी मौत हो गई। शव को मॉर्च्युरी में रखवाया गया है और रिपोर्ट के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। यह था मामला रैयाना निवासी 20 वर्षीय मुस्कान पुत्री धुवशंकर यादव का एमजी अस्पताल में पथरी का ऑपरेशन हुआ था। परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के बाद से ही मुस्कान की तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही थी, लेकिन उसे समय पर उचित उपचार नहीं मिला। मंगलवार सुबह करीब 11 बजे उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।


