सिरोही की जिला परिषद सदस्य रतन देवी रावल और भाजपा के पूर्व जिला मंत्री रमेश रावल मालेरा ने सोमवार को पिण्डवाड़ा उपखण्ड अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें पिण्डवाड़ा को रेलवे जंक्शन घोषित करने और पिण्डवाड़ा उप रेल पर स्थित लेवल क्रॉसिंग 104 पर स्वीकृत अंडरपास का निर्माण तुरंत शुरू करवाने की मांग की गई है। ज्ञापन में बताया गया कि स्वतंत्रता के 78 वर्ष बाद भी सिरोही ज़िला मुख्यालय सीधे तौर पर रेल सेवाओं से नहीं जुड़ पाया है। पिण्डवाड़ा क्षेत्र सिरोही का निकटतम रेलवे स्टेशन है। यह पत्थर, मार्बल, घड़ाई और मंदिर निर्माण शिल्प के लिए विश्व स्तर पर प्रसिद्ध है। इसके अतिरिक्त, NH-27 और SH-62 के प्रमुख जंक्शन के रूप में यह क्षेत्र पहले से ही एक बड़ा सड़क परिवहन केंद्र बन चुका है। रतन देवी रावल ने बताया कि पिण्डवाड़ा में अल्ट्राटेक और जे.के. लक्ष्मी जैसे दो बड़े सीमेंट प्लांट संचालित हैं। ये प्लांट प्रतिवर्ष रेलवे को अरबों रुपये का राजस्व प्रदान करते हैं। इसके बावजूद, पिण्डवाड़ा रेल क्रॉसिंग 104 पर लगभग 5.68 करोड़ रुपए की लागत से स्वीकृत अंडरपास का कार्य अभी तक शुरू नहीं हो सका है, जबकि इसका नक्शा भी तैयार हो चुका है। ज्ञापन में हाल ही में घोषित रेलवे लाइन योजना में पिण्डवाड़ा को रेलवे जंक्शन बनाने और सिरोही ज़िला मुख्यालय को इस लाइन से जोड़ने की भी मांग की गई है। पिण्डवाड़ा की प्रमुख विशेषताओं में विशाल रीको औद्योगिक क्षेत्र, प्रमुख प्रशासनिक कार्यालय, नगर पालिका, घनी आबादी और उच्च यातायात घनत्व शामिल हैं। यह सिरोही जिले का एक बड़ा व्यापारिक और औद्योगिक केंद्र भी है। रतन देवी रावल ने उपखण्ड अधिकारी से आग्रह किया कि वे इस जनहित मुद्दे को प्राथमिकता दें। उन्होंने रेल मंत्रालय से संवाद स्थापित कर पिण्डवाड़ा में रेलवे जंक्शन बनाने, अंडरपास निर्माण शुरू करवाने और सिरोही जिला मुख्यालय को रेल लाइन से जोड़ने के लिए ठोस कार्रवाई सुनिश्चित करने का अनुरोध किया।


