दिल्‍ली ब्‍लास्‍ट केस में फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी पहुंची पुलिस:ट्रस्ट के पैसे से होती है फंडिंग; NAAC से ‘A’ ग्रेड के साथ UGC सर्टिफिकेशन

दिल्‍ली ब्‍लास्‍ट केस में फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी पहुंची पुलिस:ट्रस्ट के पैसे से होती है फंडिंग; NAAC से ‘A’ ग्रेड के साथ UGC सर्टिफिकेशन

दिल्‍ली ब्‍लास्‍ट केस में पुलिस हरियाणा के फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी पहुंची है। सर्च ऑपरेशन में पुलिस ने 8 लोगों को हिरासत में लिया है। यूनिवर्सिटी के भीतर और बाहर भारी संख्या में फोर्स तैनात है। कैंपस को पूरी तरह छावनी में तब्दील कर दिया गया है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी यानी NIA की टीम भी यहां पहुंची है। करीब डेढ़ घंटे चली रेड के बाद टीमें लौट गईं लेकिन पुलिस की अभी भी वहां तैनाती है। पुलिस सोर्सेज के मुताबिक, यूनिवर्सिटी की लैब में काम करने वाले 8 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। दरअसल, दिल्‍ली लाल किला ब्‍लास्‍ट में जिस संदिग्‍ध आरोपी डॉ. मोहम्‍मद उमर नबी की CCTV तस्‍वीर सामने आई है, वो फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में फैकल्‍टी था। उस पर जैश-ए-मोहम्मद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े होने का आरोप है। जानते हैं अल-फलाह यूनिवर्सिटी के बारे में- अल-फलाह यूनिवर्सिटी हरियाणा के फरीदाबाद जिले के धौज गांव में है। यह एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी है। हरियाणा विधानसभा ने 2014 में एक्ट नंबर 21 पारित करके यूनिवर्सिटी को स्थापित किया था। यह एक्ट हरियाणा प्राइवेट यूनिवर्सिटीज एक्ट 2006 में 2014 के संशोधन के बाद लागू हुआ। यूनिवर्सिटी का ऑफिशियल नोटिफिकेशन 2 मई, 2014 को जारी हुआ था। साल 2015 में UGC ने इसे मान्यता दी थी। अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट चलाती है यूनिवर्सिटी यह यूनिवर्सिटी अल-फलाह चैरिटेबल ट्रस्ट के जरिए चलाई जाती है। यूनिवर्सिटी डिप्लोमा, ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन और डॉक्टरेट कोर्सेस प्रोवाइड करती है। यूनिवर्सिटी कैंपस में 9 डिपार्टमेंट/कॉलेज ऑपरेट हो रहे है: यूनिवर्सिटी में चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू अल-फलाह यूनिवर्सिटी देश की उन शुरुआती यूनिवर्सिटीज में से है जिसने 2015 में UGC के निर्देश पर चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (CBCS) शुरू किया। यानी स्टूडेंट्स अपनी रुचि के हिसाब से कोर, ऑप्शनल और स्किल-बेस्ड सब्जेक्ट्स चुन सकते हैं। ये सुविधा दिल्ली यूनिवर्सिटी जैसे प्रीमियर इंस्टीट्यूशन भी अपने स्टूडेंट्स को प्रोवाइड करते हैं। इसी साल यूनिवर्सिटी ने दो साल का B.Ed और M.Ed प्रोग्राम भी शुरू किया है। 70 एकड़ में फैला है यूनिवर्सिटी कैंपस अरावली की पहाड़ियों की तलहटी में ये यूनिवर्सिटी 70 एकड़ में बनाई गई है। इसका कैंपस पूरी तरीके से शांत और हरा-भरा है। यूनिवर्सिटी को ‘रैगिंग-फ्री’ और पूरी तरह Wi-Fi से लैस बताया जाता है। यूनिवर्सिटी में लेक्चर हॉल, लैब्स, लाइब्रेरी, हॉस्टल, स्पोर्ट्स फैसिलिटी और कैफेटेरिया जैसी सभी मॉडर्न और हाईटेक सुविधाएं हैं। अल-फलाह ट्रस्ट का हॉस्पिटल भी है अल-फलाह स्कूल ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर के तहत एक अस्पताल, अल-फलाह हॉस्पिटल भी आता है। ये एक 650 बेड का मल्टी-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल है और आसपास के जिलों के लिए बड़ी सुविधा माना जाता है। ————————- ये खबर भी पढ़ें… कॉलेज में भैंस चराने पहुंचे लॉ स्‍टूडेंट्स: 55 क्‍लासेज पढ़ाने के लिए केवल 2 टीचर; एमपी के कॉलेज में छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन मध्‍य प्रदेश के उज्‍जैन की विक्रम यूनिवर्सिटी में लॉ स्‍टूडेंट्स भैंसे लेकर पहुंच गए और वकीलों की यूनिफॉर्म में भैंस चराने लगे। इतना ही नहीं, स्‍टूडेंट्स ने कैंपस में ‘काला अक्षर भैंस बराबर’ के नारे भी लगाए। ये अनोखा प्रदर्शन स्‍टूडेंट्स ने कॉलेज में टीचर्स की कमी के खिलाफ किया। छात्रों ने कहा कि शिक्षा के बगैर उनका भविष्‍य ऐसा ही होगा। पढ़ें पूरी खबर…

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