कोलकाता के ईडन गार्डन्स में साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में भारत 124 रन के छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए सिर्फ 93 रन पर ऑलआउट हो गया। मैच के बाद मुख्य कोच गौतम गंभीर ने कहा कि पिच मुश्किल थी, लेकिन ऐसी नहीं थी कि उस पर खेला ही न जा सके। गंभीर ने कहा,’यह विकेट अनप्लेयेबल नहीं था। हमने जो पिच मांगी थी, हमें वही मिली। क्यूरेटर सुजान मुखर्जी ने पूरा सहयोग किया। जिस बल्लेबाज ने डिफेंस के साथ खेला, उसने रन बनाए।’
उन्होंने टेंबा बावुमा (55*) और भारत के वॉशिंगटन सुंदर (92 गेंदों पर 31) का उदाहरण देते हुए कहा कि इस ट्रैक पर टिककर खेलने वालों ने स्कोर किया। गंभीर-टर्निंग विकेट कहना सही नहीं
गंभीर ने आगे कहा,’अगर इसे टर्निंग विकेट कहें तो यह सही नहीं, क्योंकि ज्यादातर विकेट सीमर्स ने ही लिए।’
उन्होंने कहा कि टीम ऐसी सूखी पिच चाहती थी, जिस पर टॉस का असर ज्यादा न पड़े। अगर हम मैच जीत जाते, तो पिच पर इतनी बात ही नहीं होती। हमारे खिलाड़ी हर तरह की स्थिति में खेलने में सक्षम हैं।’ स्पिन के खिलाफ स्किल की कमी नहीं
भारत में खेले गए हाल के 6 टेस्ट में से 4 में टीम इंडिया को हार मिली है। इन मैचों में एक बात साफ दिख रही है-भारतीय बल्लेबाज स्पिनर्स के खिलाफ लगातार संघर्ष कर रहे हैं। क्या यह स्किल की कमी है? इस सवाल पर गौतम गंभीर ने कहा कि टीम में अभी कई युवा खिलाड़ी हैं, अनुभवी बल्लेबाज कम हैं। हालांकि उन्होंने साफ किया कि स्किल की कमी नहीं है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में स्किल के साथ-साथ मानसिक मजबूती भी जरूरी होती है। गंभीर ने कहा, ‘अगर आप टेस्ट खेल रहे हैं तो प्रेशर झेलना जरूरी है। चाहे पिच कितनी भी टर्निंग क्यों न हो, शुरुआती 10–15 मिनट संभलकर खेलेंगे तो बाद में चीजें आसान हो जाती हैं। मुझे नहीं लगता खिलाड़ियों में स्किल की कमी है, पर वे प्रेशर नहीं झेल पा रहे हैं।’ एक अन्य सवाल पर गंभीर ने कहा कि हार या जीत किसी एक विभाग पर नहीं डाली जा सकती।उन्होंने कहा, ‘हम टीम के रूप में जीतते हैं और टीम के रूप में हारते हैं। अगर कोई गेंदबाज बल्लेबाजी कर रहा है, तो उसका काम रन बनाना है। और अगर कोई बल्लेबाज गेंदबाजी कर रहा है तो विकेट लेना उसकी जिम्मेदारी है। मैं यह नहीं कहूंगा कि हम बैटर्स की वजह से हारे, लेकिन हां—हमें ऐसी पिचों पर बेहतर खेल दिखाने की जरूरत है। स्पिन के खिलाफ खेलने के लिए टेम्परामेंट में सुधार करना होगा।’ गिल के आगे खेलने पर आज फैसला लिया जा सकता
मुख्य कोच ने बताया कि कप्तान शुभमन गिल की चोट का मेडिकल मूल्यांकन जारी है। उनके आगे खेलने पर फिजियो इस पर आज फैसला लेंगे। दरअसल भारतीय कप्तान शुभमन गिल को शनिवार शाम कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। वह ईडन गार्डन्स स्टेडियम में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट के तीसरे दिन (रविवार) मैदान पर नहीं उतरे। गिल को शनिवार को गर्दन में ऐंठन महसूस हुई, जिसके चलते उन्होंने अपनी पारी बीच में ही छोड़ दी थी और दोबारा बल्लेबाजी करने नहीं उतरे। भारत को 15 साल बाद घर में साउथ अफ्रीका हार मिली
भारत को कोलकाता टेस्ट में साउथ अफ्रीका से 30 रन की हार मिली। यह 15 साल में पहली बार है जब टीम इंडिया अपने घर में साउथ अफ्रीका से कोई टेस्ट मैच हारी। पिछली हार 2010 में नागपुर में हुई थी। 124 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत 93 रन पर सिमट गया। कप्तान शुभमन गिल गर्दन में ऐंठन के कारण बल्लेबाजी करने नहीं उतरे। वाशिंगटन सुंदर ने भारत के लिए सबसे ज्यादा 31 रन बनाए, जबकि साइमन हार्मर ने मैच में 8 विकेट झटके। साउथ अफ्रीका की ओर से एकमात्र फिफ्टी कप्तान टेम्बा बावुमा ने लगाई। वे दूसरी पारी में 55 रन बनाकर नाबाद रहे। इससे पहले भारत ने पहली पारी में 189 और साउथ अफ्रीका ने 159 रन बनाए थे। _________________________ स्पोर्ट्स की यह खबर भी पढ़ें… न्यूजीलैंड ने पहले वनडे में वेस्टइंडीज को 7 रन हराया:डेरिल मिचेल ने 119 रनों की शतकीय पारी खेली, जैमिसन ने 4 विकेट लिए क्राइस्टचर्च के हेग्ले ओवल में खेले गए पहले वनडे में न्यूजीलैंड ने वेस्टइंडीज को 7 रन से हरा दिया। कीवी टीम ने 7 विकेट पर 269 रन बनाए। जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 50 ओवर में 6 विकेट पर 262 रन ही बना सकी। न्यूजीलैंड के लिए डेरिल मिचेल ने 118 गेंदों पर 119 रन की शतकीय पारी खेली, जबकि काइल जैमिसन ने 3 विकेट लिए। पूरी खबर


