इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) द्वारा सोमवार सुबह घोषित सीए फाइनल परीक्षा 2025 के परिणाम में जिले के कई होनहारों ने अपनी मेहनत और लगन से नया इतिहास रच दिया। गांव मातौर के बलजीत चौधरी पुत्र ज्ञानीराम चौधरी ने सीए फाइनल परीक्षा में सफलता प्राप्त कर गांव और क्षेत्र का नाम रोशन किया है। बलजीत ने अपने गांव से पहला सीए बनकर इतिहास रचा है। उनके पिता ज्ञानीराम चौधरी वर्तमान में विद्युत थाना अलवर में थानाधिकारी के पद पर कार्यरत हैं, जबकि माता गृहिणी हैं जिन्होंने बच्चों की शिक्षा के लिए नोएडा में रहकर दिन-रात मेहनत की। बलजीत की छोटी बहनें रुचि चौधरी और टीना चौधरी भी वर्तमान में सीए फाइनल की तैयारी कर रही हैं और इंटरमीडिएट स्तर तक पहुंच चुकी हैं। इसी विद्यालय के दो अन्य विद्यार्थी — निखिल सिंघल पुत्र सुनील कुमार निवासी किशनगढ़बास और हर्षवर्धन सोनी पुत्र हरीश कुमार सोनी निवासी किशनगढ़बास ने सीए इंटरमीडिएट परीक्षा में सफलता हासिल की है। तिजारा की जसप्रीत कौर ने भी रचा कमाल
जिले की तिजारा निवासी जसप्रीत कौर, पुत्री स्व. बलवंत सिंह, ने भी सीए फाइनल परीक्षा में शानदार सफलता अर्जित की। जसप्रीत की माता महेंद्र कौर, जो एक अध्यापिका हैं,ने अकेले ही माता-पिता दोनों का फर्ज निभाते हुए बेटी को यह मुकाम दिलाया। जसप्रीत ने बताया कि उनकी सफलता का मंत्र था “नियमित पढ़ाई, अनुशासन और निरंतर रिवीजन।” वह रोजाना 6 से 8 घंटे अध्ययन करती थीं और एक भी दिन पढ़ाई मिस नहीं करती थीं। जाटका के जयप्रकाश खैरिया भी बने सीए
गांव जाटका निवासी जयप्रकाश खैरिया पुत्र अशोक खैरिया ने भी सीए फाइनल परीक्षा में सफलता प्राप्त की है।जयप्रकाश ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, परिजनों और शिक्षकों को दिया है।


