जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में आज से दोबारा बर्फबारी के आसार:बारिश का भी अलर्ट, लाहौल-स्पीति में पारा -16.7ºC; जनवरी में ठंड कम रह सकती है

जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में आज से दोबारा बर्फबारी के आसार:बारिश का भी अलर्ट, लाहौल-स्पीति में पारा -16.7ºC; जनवरी में ठंड कम रह सकती है

मौसम विभाग के मुताबिक कश्मीर घाटी में आज दोपहर से तेज बर्फबारी शुरू होगी। पहाड़ी इलाकों के अलावा मैदानी इलाकों में भी बर्फबारी की संभावना है। सबसे ज्यादा उत्तरी कश्मीर के जिले अनंतनाग, बांदीपोरा, बारामुल्ला, बडगाम, डोडा, गांदरबल, जम्मू, कठुआ, किश्तवाड़ और कुलगाम प्रभावित रहेंगे। हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में आज बर्फबारी-बारिश दोनों की संभावना है। मैदानी और निचले पहाड़ी इलाकों में मौसम शुष्क रहेगा। राज्य में 4 से 7 जनवरी तक बर्फबारी और 5 और 6 जनवरी को भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। बुधवार को लाहौल-स्पीति का ताबो गांव सबसे ठंडा रहा था, यहां तापमान -16.7ºC रहा। मौसम विभाग के मुताबिक मध्य प्रदेश में जनवरी में 20-22 दिन कोल्ड वेव की संभावना है। 3 तारीख तक राज्य के मौसम में गिरावट बनी रहेगी। दिल्ली में लगातार तीसरे दिन तेज ठंड रही। यहां 7ºC दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 15ºC रहा। हरियाणा, पंजाब में कड़ाके की ठंड जारी है। चंडीगढ़ में 11.3ºC रहा। इसके साथ ही दोनों ही राज्यों में घना कोहरा छाया। इसके साथ ही कोल्ड वेव जारी है। इसमें आने वाले दिनों में राहत की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग के जनरल डायरेक्टर मृत्युंजय महापात्र के मुताबिक इस साल जनवरी महीना गर्म ही रहेगा। पूर्वी, उत्तर-पश्चिम और पश्चिम-मध्य भारत को छोड़कर बचे क्षेत्र में मिनिमम टेम्परेचर सामान्य से ज्यादा रहेगा। मध्य भारत के में सामान्य से ज्यादा कोल्ड वेव रहने की उम्मीद है। राज्यों से बर्फबारी की तस्वीरें… 2.11 करोड़ पर्यटक 2024 में जम्मू-कश्मीर पहुंचे
लद्दाख में 2023 में 5.25 लाख पर्यटक पहुंचे थे। 2024 में यह आंकड़ा घटकर 3.75 लाख रह गया। लद्दाख पर्यटन विभाग के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में 2023 में 2.10 करोड़ पर्यटक आए थे। 2024 में संख्या बढ़कर 2.11 करोड़ हो चुकी है। 3 जनवरी का मौसम 3 जनवरी: तमिलनाडु में बारिश के आसार, 5 राज्यों में शीतलहर 2024 इतिहास में सबसे गर्म, औसत पारा सामान्य से 0.65 डिग्री ज्यादा
साल 2024 इतिहास का सबसे गर्म वर्ष रहा। इससे पहले साल 2017 सबसे गर्म साल था। 2024 में देश का औसत वार्षिक तापमान 25.75 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जो सामान्य (25.10 डिग्री) से 0.65 डिग्री सेल्सियस अधिक है।
IMD के अनुसार, 2024 में जुलाई, अगस्त, सितंबर, अक्टूबर में लगातार चार महीने रात का तापमान इतिहास में सबसे ज्यादा दर्ज हुआ जबकि फरवरी दूसरा सबसे गर्म महीना रहा था, इस वजह से 2024 के लिए रात का वार्षिक तापमान सर्वाधिक दर्ज हुआ। साल के दौरान दिन का तापमान भी चौथा सबसे गर्म दर्ज हुआ, नतीजतन दिनभर का औसत सालाना तापमान इतिहास में सबसे ज्यादा दर्ज हुआ। IMD के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि 1901 से 2024 के औसत वार्षिक तापमान में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, बीते डेढ़ दशक में इसमें बहुत तेजी आई है। ला-नीना परिस्थितियां बनीं, लेकिन तीन महीने में होंगी खत्म
आखिरकार ला-नीना परिस्थितियां बन गई हैं लेकिन यह इतना कमजोर है कि 3 महीने में ही इसके खत्म होने के आसार हैं। IMDके मुताबिक मौजूदा सर्दी के मौसम पर इसका खास असर नहीं होगा। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, यूपी, राजस्थान, बिहार, छत्तीसगढ़ में कोल्डवेव डे सामान्य से एक से दो दिन कम रहेंगे। गुजरात व उससे सटे राज्यों में कोल्डवेव दिनों की संख्या अधिक रह सकती है।

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