जक्कनपुर थाने की पुलिस ने मोबाइल चोरी करने के बाद ऑनलाइन रुपए की हेराफेरी करने वाले गैंग के सरगना को पकड़ा है। पुलिस ने आरोपी के पास से 5 मोबाइल फोन बरामद किए है। यह गैंग पहले मोबाइल फोन चोरी करता था। फिर उससे ऑनलाइन UPI के जरिए पैसे का ट्रांसफर करता था। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने अन्य साथियों का भी नाम बताया है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। पकड़े गए आरोपी का नाम राहुल है। छोटे बच्चों को भी गैंग में करते थे शामिल जक्कनपुर थानेदार ऋतुराज सिंह ने बताया कि मोबाइल चोरी कर के उससे पैसे निकालने एक मामला दर्ज हुआ था। कुछ संदिग्धों से पूछताछ की गई, जिसमें राहुल की संलिप्तता सामने आई। राहुल पहले भी जेल जा चुका है। इसके साथ अन्य लोग भी शामिल हैं। सभी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है। यह लोग घटना को अंजाम देने के बाद ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करवाते में छोटे छोटे बच्चों को शामिल करते थे। इसके बारे में भी पता लगाया जा रहा है। अनलॉक होते ही ट्रांसफर करते थे पैसे दरअसल, राहुल और उसके साथी जो चोरी के मोबाइल अनलॉक होते थे, उसमें सबसे पहले उसके UPI से उस खाते के रुपए चेक कर के ट्रांसफर कर लेते थे। जो नहीं कर पाते थे, अन्य दोस्तों की भी मदद लेते थे। अभी तक इनके पास से 5 चोरी के मोबाइल मिले हैं। अन्य फरार साथियों के पास से भी चोरी के मोबाइल मिलने की संभावना है। जक्कनपुर थाने की पुलिस ने मोबाइल चोरी करने के बाद ऑनलाइन रुपए की हेराफेरी करने वाले गैंग के सरगना को पकड़ा है। पुलिस ने आरोपी के पास से 5 मोबाइल फोन बरामद किए है। यह गैंग पहले मोबाइल फोन चोरी करता था। फिर उससे ऑनलाइन UPI के जरिए पैसे का ट्रांसफर करता था। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने अन्य साथियों का भी नाम बताया है। जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। पकड़े गए आरोपी का नाम राहुल है। छोटे बच्चों को भी गैंग में करते थे शामिल जक्कनपुर थानेदार ऋतुराज सिंह ने बताया कि मोबाइल चोरी कर के उससे पैसे निकालने एक मामला दर्ज हुआ था। कुछ संदिग्धों से पूछताछ की गई, जिसमें राहुल की संलिप्तता सामने आई। राहुल पहले भी जेल जा चुका है। इसके साथ अन्य लोग भी शामिल हैं। सभी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है। यह लोग घटना को अंजाम देने के बाद ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करवाते में छोटे छोटे बच्चों को शामिल करते थे। इसके बारे में भी पता लगाया जा रहा है। अनलॉक होते ही ट्रांसफर करते थे पैसे दरअसल, राहुल और उसके साथी जो चोरी के मोबाइल अनलॉक होते थे, उसमें सबसे पहले उसके UPI से उस खाते के रुपए चेक कर के ट्रांसफर कर लेते थे। जो नहीं कर पाते थे, अन्य दोस्तों की भी मदद लेते थे। अभी तक इनके पास से 5 चोरी के मोबाइल मिले हैं। अन्य फरार साथियों के पास से भी चोरी के मोबाइल मिलने की संभावना है।
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