अश्लील साइट्स की लत बनी छोटीसादड़ी की गुड्डीबाई की हत्या का कारण

छोटीसादड़ी. नगर के माली मोहल्ले में 18 मई की रात को एक महिला की गला रेतकर निर्मम हत्या करने के मामले का मंगलवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। इस मामले में एक बाल अपचारी को डिटेन किया गया है। जिससे पूछताछ की जा रही है। जिला पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार बंसल ने बताया कि 19 मई को नगर पालिका के पूर्व उपाध्यक्ष रामचन्द्र माली ने सूचना दी कि माली मोहल्ला में अकेली रह रही गुड्डीबाई पत्नी कन्हैयालाल माली की किसी ने गला रेतकर हत्या कर दी है। इस पर थाना प्रभारी प्रवीण टांक मय जाब्ते के मौके पर पहुंचे। जहां उसकी लाश उसके घर के अन्दर बिस्तर पर खून से सनी पडी हुई थी।
थाना प्रभारी प्रवीण टांक ने बताया कि पुलिस अनुसंधान में सामने आया कि नाबालिग हमेशा गुमसुम रहता था। लम्बे समय से पोर्न साइट देखने का आदी था। घटना के दिन भी उसने पोर्न फिल्म देखी और देर रात्री को करीब एक बजे मृतका घर के पीछे से अपने साथ चाकू लेकर दीवार के सहारे घर पर चढकऱ घर के अंदर घुस गया। घर में सो रही मृतका के कपडे हटाने लगा। इससे गुड्डीबाई जाग गई। जागने पर उसका हाथ पकड कर बोली कि मैं तुझे पहचान गई हूं, इससे वह डर गया और चाकू से गुड्डीबाई के गले पर वार कर दिया। गुड्डीबाई ने बचाव के लिए काफी संघर्ष किया, लेकिन बार-बार चाकू के वार करने से गुड्डीबाई की मृत्यु हो गई। छीनाझपटी में नाबालिग के हाथों में भी चोटे आई। हत्या करने के बाद मृतका के दो मोबाइल व चाकू अपने घर ले गया। जहां खून से सने हुए चाकू व कपड़े घर में छुपाकर नहा धोकर कर सो गया। बाद में पुलिस की सक्रियता को देखते हुए मौका देखकर मृतका के दोनों मोबाइल से सिम निकालकर पुलिस को गुमराह करने के लिए दोनों मोबाइल एक सुनसान खण्डहर में फैंक दिए। खून से सने कपडे और चाकू छुपा दिए।
आला अधिकारी व जांच टीमें पहुंची मौके पर
मामले की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक बंसल तथा एएसपी पर्बत सिंह, उप अधीक्षक गोपाललाल हिंडोनिया आदि भी पहुंचे। मौके पर साइबर टीम, एफएसएल टीम व डॉग स्क्वायड बुलाया जाकर अनुसंधान शुरू किया गया। मामले में अनुसंधान को लेकर एक पुलिस टीम का गठन किया गया।
150 सीसीटीवी कैमरे खंगाले, घर-घर पहुंचे
गठित टीम की ओर से कस्बे के करीब 150 सीसीटीवी कैमरे चैक किए गए। कैमरे में रात को आने-जाने वाले हर व्यक्ति की पहचान कर पूछताछ की गई तथा साइबर टीम की ओर से तकनीकी अनुसंधान किया गया। गठित पुलिस टीम ने तकनीकी सहयोग व प्रकरण के घटना स्थल के आस पास में निवासरत लोगों का डोर टू डोर सर्वे किया गया। मामले से जुड़ी हर जानकारी जुटाई।
देर रात तक मोबाइल चलाने की सूचना पर शक
पुलिस टीम को अनुसंधान के दौरान एक नाबालिग के घटना की रात को देर रात तक घर के बाहर बैठकर मोबाइल चलाता हुआ पाए जाने की सूचना मिली। जिस पर उसके बारे में गोपनीय रूप से उसकी गतिविधियों के बारे में जानकारी एकत्र की गई। जिस पर पुलिस टीम की ओर से उसके संरक्षक की उपस्थिति में गहनता एवं तकनीकी सहयोग से पूछताछ की गई। जिसके बाद उसे डिटेन किया गया।

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